अधूरी सी क्यों जिंदगी ? - राजेश कुमार
ये अधूरी सी लगती है क्यों जिंदगी*।
न जानें उदास क्यों है ये जिंदगी*।।
कदम कदम पर इम्तिहान लेती ये जिंदगी।
इससे कितना भी लड़ो पर सबक ही सिखाती है जिंदगी।।
अपने और पराए का अहसास कराती है जिंदगी।
सच कहो इंसान को मजबूत और परिपाक्य बनाती है जिंदगी।।
बिना किताब पड़े जीवन का ज्ञान दिलाती ये जिंदगी।
ये अधूरी सी लगती है क्यों जिंदगी*
न जाने उदास क्यों है ये जिंदगी*
ठोकर पर ठोकर खिलाती सी जिंदगी।
अपनो से कभी दूर तो कभी पास लाती ये जिंदगी ।।
ये जीवन जीने की कला सीखलाती है जिंदगी।
मित्र और दोस्त में फर्क करवाती है जिंदगी।।
ये जिंदगी भी कितनी अजीब है कोई खुश है तो कोई मजबूर है।
कभी सफलता तो कभी असफलता दिलाती ये जिंदगी।।
संघर्ष का नाम ही जीवन है ये बताती है जिंदगी।
ये अधूरी सी लगती है क्यों जिंदगी *
न जाने उदास क्यों है ये जिंदगी*
- राजेश कुमार झा, बीना, मध्य प्रदेश