सचिव मुख्यमंत्री आवास ने स्थानीय उत्पादों के आउटलेट का स्थलीय निरीक्षण किया 

 
uk

विकासखंड ऊखीमठ में नवनिर्मित भवन का निरीक्षण करते हुए सचिव ने कार्यदायी संस्था को निर्देश दिए हैं कि विकास खं डमें जो मीटिंग हाॅल तैयार किया गया है उसमें साउंड सिस्टम की व्यवस्था की जाए इसके साथ ही खिड़कियों पर जाली लगाने के निर्देश दिए गए। इसके पश्चात् बदरी केदार स्वयं सहायता समूह जेबरी बासा द्वारा संचालित होम स्टे एवं उद्यान विभाग के सहयोग से स्थापित फल पौध नर्सरी का निरीक्षण कर बेहतर प्रबंधन एवं विपणन हेतु निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि होम स्टे के बेहतर संचालन के लिए प्रचार-प्रसार हेतु पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर सूचना को अपलोड किया जाए। इस क्रम में क्षेत्र को अधिक व्यवसाय के रूप में संचालित करने हेतु व्यू प्वाइंट भी विकसित किया जाए। साथ ही मैन रूट पर लाईट एवं पार्किंग स्थल विकसित करने हेतु निर्देश दिए गए। इसके बाद सचिव द्वारा समूह एवं सहकारिताओं द्वारा संचालित कैनोपी, बैकरी इकाई और हिलांस रेस्टोरेंट का निरीक्षण किया गया तथा आय-व्यय का उपयुक्त दस्तावेजीकरण हेतु दिशा-निर्देश दिए गए।
     इसके बाद सचिव ने प्रगतिशील किसान कपिल शर्मा का फार्म हाउस का निरीक्षण कर उनके द्वारा डेयरी, सब्जी उत्पादन, फल उत्पादन एवं मत्स्य पालन में किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जीएमवीएन तिलवाड़ा में रीप के सहयोग से जागृति आजीविका स्वायत्त सहकारिता मयाली-लंबाड द्वारा संचालित हिलांस आउटलेट का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर समूहों द्वारा उत्पादित किए जा रहे लगभग 32 तरह के स्थानीय उत्पादों को आउटलेट के माध्यम से विपणन किया जा रहा है जिसमें कि सहकारिता द्वारा 3 लाख 31 हजार का व्यवसाय किया गया है। इस क्रम में उत्पादों को तैयार की जाने वाले निर्माण एवं एक्सपायर तिथि को अनिवार्य रूप से अंकित किया जाए। इस अवसर पर उन्होंने जीएमवीएन के क्षेत्रीय प्रबंधक एवं रीप के जिला परियोजना प्रबंधक  को समूहों द्वारा उत्पादित उत्पादों के बेहतर विपणन (किट्स) तथा जीएमवीएन परिसर में उपलब्ध भूमि में उद्यान विभाग के सहयोग से समूहों के माध्यम से सब्जी उत्पादन की संभावनाओं को देखते हुए आपसी समन्वय कर आवश्यक कार्यवाही हेतु दिशा-निर्देश दिए गए।  
    इसके बाद उद्योग विभाग के सहयोग से स्थापित ग्रोथ सेंटर द्वारा तैयार किए जा रहे केदारनाथ सोविनियर का निरीक्षण किया गया तथा महाप्रबंधक उद्योग को निर्देश दिए कि समूहों की महिलाओं को विक्री हेतु प्रोत्साहित कर कार्यवाही करने हेतु दिशा-निर्देश दिए।
     निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग हितेश पाल सिंह, जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह चौधरी, जिला परियोजना प्रबंधक (रीप) ब्रह्मकांत भट्ट, महाप्रबंधक उद्योग महेश प्रकाश, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अशोक कुमार, सहायक निदेशक डेयरी श्रवण कुमार शर्मा, खंड विकास अधिकारी ऊखीमठ सूर्यप्रकाश शाह, अगस्त्यमुनि प्रवीण भट्ट, क्षेत्रीय प्रबंधक सुदर्शन खत्री, प्रगतिशील किसान कपिल शर्मा, महिला समूह की संगीता नेगी, बीरा देवी, दीपा चैहान आदि मौजूद रहे।  

Share this story