सांसो में अपना नीड़ =राजू उपाध्याय

 

सांसो में अपना नीड़ =राजू उपाध्याय

मन को
मैंने समझाया है
टूटा एक
दिखा कर दर्पण..!
चुने फूल
उर उपवन से मैंने,
सदा किये
तुझपे अर्पण..!
जब यायावर
पीड़ा की नगरी
पूंछा पता
किसी ने तेरा-
तेरी सांसो में
अपना नीड़ बता कर,
लिखे प्रेम के
नये अवतरण..!
#राजू_उपाध्याय, एटा

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