प्रखर कवयित्री डॉ गीता पांडेय अपराजिता की पांच काव्य कृतियों का एक साथ विमोचन संपन्न

utkarshexpress.com -रायबरेली – भारत सरकार से पंजीकृत संस्था रायबरेली काव्य रस साहित्य मंच एवं महावीर प्रसाद द्विवेदी विश्वविद्यालय शोध संस्थान के तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय कवि महाकुंभ ज्ञान यज्ञ 2025 का त्रिदिवसीय आयोजन वरदान रिस्टार्ट उत्सवलान हरदासपुर में किया गया। जिसमें 27 अप्रैल 2025 को डॉ अपराजिता की पांच साहित्यिक पुस्तकों का एक साथ विमोचन होना साहित्य के क्षेत्र में मील का पत्थर है। पुस्तकों के नाम क्रमशः इस प्रकार हैं 1-छंदावली छंद संग्रह, 2-भर दो प्यार वतन में गीत संग्रह, 3-मुक्तक मंजरी, 4-अधूरे ख़्वाब गजल संग्रह, 5-भर दो नेह नयन में गीत संग्रह पुस्तक का विमोचन दुबई यूएई से पधारी अंतर्राष्ट्रीय कवयित्री डॉ अमृत बिसारिया, बांदा से पधारे डॉ रामकरण साहू सजल, दिल्ली की प्रख्यात कवयित्री डॉ नेहा इलाहाबादी, हरियाणा की धरती से पधारे डॉ त्रिलोक चंद एवं अवधी सम्राट डॉ इंद्रेश भदौरिया द्वारा अलग-अलग पांचो पुस्तकों का विमोचन किया गया। पुस्तकों की समीक्षा पावन पुण्य प्रयागराज की धरा से चलकर आए वरिष्ठ समीक्षक एवं चिंतन धारा के ओज कवि डॉ वीरेंद्र सिंह कुसुमाकर प्रयागराज उत्तर प्रदेश सचिवालय एवं रायबरेली काव्य रस साहित्यिक मंच के संस्थापक डॉ शिवनाथ सिंह शिव जी ने विस्तृत रूप से किया। डॉ अपराजिता ने अपनी ओजस्वी वाणी से पहलगाम घटना पर छंदों का वाचन कर लोगों के अंदर जोश भरकर खूब तालियां बटोरी।डॉ गीता पांडेय अपराजिता को इस अवसर पर शिक्षा साहित्य एवं समाज सेवा के लिए विद्या भास्कर सम्मान व विमला ज्ञान स्मृति सम्मान से अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह, पुष्पहार व श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर देश-विदेश से आए हुए प्रख्यात शिक्षाविद साहित्यकार व श्रोतागणों की उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन शिवकुमार सिंह शिव जी ने किया। संस्था के संरक्षक डॉ सुधीर श्रीवास्तव जी संस्थापक डॉ शिवनाथ सिंह शिव अध्यक्ष डॉ इंद्रेश भदोरिया, संगठन मंत्री डॉ शिवकुमार सिंह शिव, महामंत्री डॉ छोटेलाल सिंह, केंद्रीय मुख्य सचिव डॉ आभा गुप्ता, प्रसिद्ध कवयित्री डॉ संजुला सिंह तकनीकी अधिकारी रमेश चंद यादव, डॉ देवी प्रसाद पांडे, डॉ ओमकार साहू मृदुल, भुलक्कड़ बनारसी, रामलखन वर्मा,भारत मौर्य ,डॉ राकेश ऋषभ, हरिश्चंद्र त्रिपाठी हरीश, सुंदरम ,स्वामी रमेश चंद्र यादव,श्रीपाल शर्मा,डॉ अब्दुल सुब्हान खान, कमलेंद्र शुक्ला, अभिषेक प्रजापति, खालिद हुसैन सिद्दीकी, दयाशंकर प्रसाद,डॉ ईश्वर चंद्र जायसवाल,सतीश कुमार, सूर्य प्रसाद शर्मा निशिहर, मनोहर मोयदे ,डॉ संतोष कुमार माधव ,डॉ सत्यवीर निराला ,डॉ एके सिंह, अनिल राही ,फूलचंद ,डॉ आर एम लाल ,सूर्य प्रकाश त्रिपाठी, डॉ देवी राम शर्मा ,दलबीर सिंह, फूलचंद ,ललित कुमार कुलश्रेष्ठ,डॉ ओम ऋषि भारद्वाज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के देवेंद्र सिंह, अनूप प्रताप सिंह, रितेश सिंह चौहान, अंजनी कुमार, अवधेश सिंह,मंटू कश्यप श्रेष्ठ कवयित्रियों में डॉ साधना मिश्रा लखनवी, डॉ रश्मि मोयदे ,डॉ चंद्रा साहू चर्चित ,डॉ प्रतिभा इंदू, श्रीमती उज्जवल सहाय, रेखा संखवार आदि साहित्यकारों एवंअन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में पुस्तक विमोचन कार्यक्रम एवं काव्य पाठ संपन्न हुआ। शिक्षा कला पर्यावरण व अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कुशीनगर से पधारे डॉ ओमप्रकाश द्विवेदी ओम ने डॉ गीता पांडे अपराजिता को अंग वस्त्र स्मृति चिन्ह डायरी पेन आदि भेंट कर उनका सम्मान किया। जनपद वासियों को ऐसी प्रतिभावान कवयित्री पर गर्व है। साहित्य जगत में डॉ अपराजिता अपनी सुकीर्ति बिखेरती हुई जिले का नाम रोशन कर रहीं हैं। परि-परिजन एवं क्षेत्र वासियों नें उन्हें शुभकामनाएं देते हुए हार्दिक बधाई प्रेषित की है।
रायबरेली जिले के एक छोटे से गांव ऐरीडीह में जन्मी मां बागेश्वरी की परम साधिका डॉ गीता पांडेय अपराजिता ने साहित्यिक क्षेत्र में विशेष योगदान देते हुए अपना परचम लहराया है। इन्होंने बहुत कम समय में 10 स्तरीय काव्य कृतियों व खंडकाव्य की रचना की है और इनकी कई पुस्तकें प्रकाशाधीन हैं। इनकी रचनाएं देश-विदेश के साझा संकलनों ,पत्र पत्रिकाओं में निरंतर निकलती रहती हैं जो समाज को दिशा निर्देशित करने वाली व प्रेरणादाई होती हैं। विश्व रिकॉर्ड गोल्डन आफ बुक में भी इनकी रचनाएं दर्ज हैं। इन्हें साहित्य के क्षेत्र में सैकड़ो मंचों द्वारा सम्मानित किया गया है। हम सभी साहित्य प्रेमी इनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा ने इस उपलब्धि पर बधाई दी है।