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पूर्णिका (भारत का लोहा) – श्याम कुंवर भारती

चाहे आतंकी हो या पाक पाखंडी सबका ठिकाना दिखाया गया।
देश दुशमनो को घर बैठे ही दूर से सटीक निशाना लगाय गया।
जिनको मालूम नहीं थी औकात अपनी होश उनके ठिकाने हुए।
नेस्तनाबूद कर दुश्मन ब्रह्मोस का दुनिया नज़राना दिखाया गया।
आर्थिक वाणिज्यिक सामरिक कूटनीतिक भारत सिरमौर बनेगा।
सैन्य शौर्य राफेल चक्र सुदर्शन विक्रांत हिंद दीवाना बनाया गया।
हिंद हर जवान फौलाद जाबांज सिपाही माता लक्ष्मी मर्दानी है।
आदि शक्ति भवानी बहन नारियों का कारनामा दिखाया गया।
चाक चौबंद सीमा हमारी परिंदा कोई पर मार नहीं सकता कभी।
पार किया सीमा जिसने पहुंचा जहन्नुम हूरों परवाना बनाया गया।
सौ सौ बार नमन भारती स्वर्ग भूमि अमर शहीद भारत वीरों को ।
शहिंदो शहादत शौर्य जवानों स्वर्ग सुंदर आशियाना बनाया गया।
– श्याम कुंवर भारती, बोकारो,झारखंड