वीर बजरंगी – कर्नल प्रवीण त्रिपाठी

अंजनी के पुत्र धीर बजरंगी महावीर,
ध्यान लगा राम में वे नाम ही जपा करें।
आंजनेय भक्त बड़े सेवा हेतु सदा खड़े,
रामकाज सदा बने यत्न ये किया करें।
भक्त जब पुकारते अशीष दे के तारते,
विपदाएं भक्तों की हनुमत हरा करें।
लाल देह लाल वस्त्र, हाथ गदा महा अस्त्र,
दानव सिंदूरी वर्ण देख के डरा करें।
– कर्नल प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, उत्तर प्रदेश
राष्ट्र सर्वोपरि – डॉ.सुधाकर आशावादी
प्रथम राष्ट्र है और न दूजा केवल यह संकल्प,
आतंकी मर्दन करने युद्ध भी एक विकल्प,
चहुँ ओर षड्यंत्र रचे दुश्मन ग़द्दारी चालों से,
हमें निपटना आस्तीन में छिपे हुए भालों से।
राजनीति के संरक्षण में घुसपैठ हुई आसान,
ग़द्दारों की भीड़ बढ़ गई मुश्किल हुई पहचान,
एक युद्ध शत्रु से लड़ना, दूजा कुछ ग़द्दारों से,
जासूसी जो करें देश में,दुश्मन के यारों से।
राष्ट्र सुरक्षित रहे सदा यह संकल्प हमारा है,
जिसे देश के वीरों ने ही अपने उर में धारा है,
मातृभूमि की रक्षा हेतु स्वयं को हम तैयार करें,
ग़द्दारों को सबक़ सिखाएँ, करें वार पर वार करें।
– डॉ.सुधाकर आशावादी (विनायक फीचर्स)