मनोरंजन
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पगा कर क्षणों को बने हैं रिश्ते – सविता सिंह
कुछ बुन लूँ कुछ चुन लूँ सिल लूँ कुछ लम्हें लगाकर पैबंद उसे सहेजें। मिले फुर्सत जब डालूँ खाद…
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बदहाल पाकिस्तान – जसवीर सिंह हलधर
आतंक जिसमें पल रहा गज़वा रिवाज़ से । बू आ रही बारूद की जिसके मिज़ाज से ।। वीरान…
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निर्जला एकादशी – सुनील गुप्ता
है देवव्रत निर्जला एकादशी, फलदायिनी !!1!! जो करे व्रत ये मन भावना से, हो पुण्य प्राप्ति !!2!! …
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पर्यावरण और वृक्ष – प्रकाश राय
धरा पर वृक्ष हों तो जीवन बन जाती है हरियाली, वृक्षों के छांव में बैठते ही मिलती है परम…
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ॐ नमः भगवते वासुदेवाय – कर्नल प्रवीण त्रिपाठी
पीत बसन विष्णु के, वेणु अधर कृष्ण के। पालक वो संसार के, जगदीश ध्याइये। शेषनाग की शैया है,…
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यदि मैं ख़ोज पाऊं – ज्योत्सना जोशी
यदि मैं ख़ोज पाऊं उन शब्दों को जो मौन को वर्णित कर पाए हूक पहले पहर उठी थी उस तड़प…
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बाल सुलभ भावनाओं का शब्द चित्र है द्वय बाल काव्य संग्रह (पुस्तक समीक्षा) – सुधीर श्रीवास्तव
utkarshexpress.com – बाल मन को समझना इतना आसान नहीं होता, जितना हम आप मान लेते हैं, बाल मनोविज्ञान को समझने…
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कहा से पइबा हउवा (भोजपुरी गीत) – श्याम कुंवर भारती
लगइबा नाही पेड़ भइया कहा से पइबा हउवा । फल फूल लकड़ी मिली ना कहा से पइबा छउवाँ। …
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My trip in the train – Prakash Roy
utkarshexpress.com – When I was coming back from Khagaria district, Bihar some days ago where held a grand weding anniversary…
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ग़ज़ल – रीता गुलाटी
आज जग मे बड़ा दगा पाया, खूब रोका, नही नफा पाया। नेकियाँ बहुत की जमाने मे, सबकी आँखो…
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