मनोरंजन
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गीतिका सृजन – मधु शुक्ला
जगत में एक सी सबकी नहीं पहचान होती है, रुपहली आंग्ल पर हिन्दी सदा कुर्बान होती है। सुखद जीवन सदा…
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पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने लोकार्पित किया विकास राणा का गजल संग्रह
गजल संग्रह के लोकार्पण पर मौजूद (बाएं से) ब्रिगेडियर संजीव सोनी, विक्रम शर्मा, विकास राणा शांता कुमार, नवनीत शर्मा, डा.…
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परशुराम जी की उपस्थिति आज भी प्रासंगिक है – प्रियंका सौरभ
utkarshexpress.com – आज के दौर में परशुराम की शिक्षा और आदर्श हमें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते…
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भव-भय-भंजन मंगलकारी – सुनील गुप्ता
भव-भय-भंजन मंगलकारी भजूँ प्रभुनाम, जो है सुखकारी ! नित्य चलूँ गाए भजन संकीर्तन.., मिलें कृपाएं, मोहे अति न्यारी !!…
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ग़ज़ल – कमल धमीजा
आग नफ़रत की लगी है लोग सब जलते रहे। जल रहा था आशिया हम हाथ ही मलते रहे।। …
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ग़ज़ल – रीता गुलाटी
साथ बेटे के निभाना भी नही चाहते हम, पास रहकर सब लुटाना भी नही चाहते हम। जी रहे…
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नव कोंपल फिर उगे – डॉ. सत्यवान सौरभ
आँधी जोड़े हाथ दो, गाए चाहे गीत। टूटी डाली कब जुड़ी, लाख निभाए रीत॥ क्रोधी पवन प्रहार से,…
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अद्वैत वेदांत के प्रकांड पंडित अंगविभूति अष्टावक्र (शिवशंकर सिंह पारिजात
utkarshexpress.com – इतिहास-संस्कृति एवं धर्म-दर्शन व अध्यात्म की भूमि रहे अंगक्षेत्र में अनेक दार्शनिक, चिंतक, मनीषी तथा लेखक हुए हैं…
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दम है तो आओ लो मैदान बुहार – हरी राम यादव
छुप कर करते जो वार पीठ पर, वह बुजदिल कायर नीच मक्कार। निहत्थे नागरिकों को मारने वालों, दम है तो…
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अभी तो मेंहदी सूखी भी न थी- प्रियंका सौरभ
अभी तो हाथों से उसका मेंहदी का रंग भी नहीं छूटा था, कलाईयों में छनकती चूड़ियाँ नई थीं, सपनों की…
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