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कहा से पइबा हउवा (भोजपुरी गीत) – श्याम कुंवर भारती

लगइबा नाही पेड़ भइया कहा से पइबा हउवा ।
फल फूल लकड़ी मिली ना कहा से पइबा छउवाँ।
बदलल बा हवा पानी बदलल दुनिया के हाल बा।
बिना मौसम के मौसम आंधी पानी दुनिया बेहाल बा।
गरमी से झर झर पसीना ठंड कहा पइबा गऊंवा ।
लगईबां नाही पेड़ भइया…………।
कल कारखाना चाही बाकी पेड़वा ना काटा।
जंगल जमीन जलाशय बचावा नदिया ना पाटा।
बनी मरुस्थल सब ओरिया चले ना पईबा पउवाँ ।
लगइबा नाही पेड़ भईया…………..।
रही हरि भरी धरती खुशहाल होई देशवा।
हरियर रइहे खेतवा खूब अनाज होईहे मितवा।
पेड़वे बा जीनगी भारती के जान भूल ना जइबा रउवाँ ।
लगइबा नाही पेड़ भइया कहां से पइबा हउवा ।
– श्याम कुंवर भारती (राजभर), बोकारो ,झारखंड मॉब.9955509286